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भारतीय फिल्मों के सुनहरे इतिहास पर अगर नजर दौड़ाएं तो ऐसे कई बड़े नाम हमारे सामने आते हैं जिन्होंने अपने अद्भुत हुनर और काबीलियत के बल पर भारतीय सिनेमा को अंतरराष्ट्रीय मंच पर ख्याति दिलाई. ऐसा ही एक बड़ा नाम है महान फिल्मकार सत्यजीत रे. महज 37 फिल्मों का निर्देशन करके भारत का सर्चोच्च सम्मान भारत रत्न, दादासाहब फाल्के पुरस्कार और विश्व में ऑस्कर पुरस्कार प्राप्त कर लेना केवल सत्यजीत रे जैसा महान शख्सियत ही कोई कर सकता है. उनके इन्हीं शख्सियत पर चलिए आज बात करते हैं.
सत्यजीत रे की हिंदी सिनेमा में जिस तरह की पर्सनैलिटी रही है उनके साथ काम करने वाले लोग काफी घबराते थे. उनकी आवाज, शरीर की बनावट और हाइट को देखकर बड़े से बड़ा कलाकार उनसे बातें करने में हिचकिचाता था, लेकिन बहुत ही कम लोग जानते हैं कि रे अपने काम में सख्ती बरतने के साथ-साथ कभी अपने विचारों को दूसरे कलाकारों पर थोपते नहीं थे. वह अपने कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए पूरी छूट देते थे.
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अपने फिल्मों के जरिए समाज के यथार्थ को प्रस्तुत करने वाले सत्यजीत रे किसी भी तरह के ज्योतिषशास्त्र में विश्वास नहीं करते थे. अगर कोई इनके सामने इस विषय पर चर्चा करता तो वह तुरंत गुस्से में आ जाते. एक बार जब सत्यजीत रे दादा बनने वाले थे तब उनके अंदर इस बात की जिज्ञासा थी कि हमारे घर पोता आएगी या पोती.
अपनी इसी जिज्ञासा को शांत करने के लिए सत्यजीत रे ने तब के प्रसिद्ध बंगाली अभिनेता दीपांकर डे से पूछा – दिपांकर बताना हमारे घर पोता होगा या पोती. दीपांकर ज्योतिषशास्त्र में थोड़ा बहुत विश्वास करते थे. उन्होंने सत्यजीत रे के सामने परिकल्पना करते हुए पोती होने की भविष्यवाणी की. कुछ दिनों बाद जब दीपांकर डे फिल्म ‘आगंतुक’ के सेट पर पहुंचे, सत्यजीय रे उनके पास आए और गुस्से में कहा मैं तुम्हारे गाल पर जोरदार थप्पड़ मारूंगा. दीपांकर डे पूरी तरह से घबरा गए. इसके थोड़ी देर बाद ही उन्होंने कहा पोती नहीं पोता हुआ है. तुम्हारी भविष्यवाणी एकदम बकवास है. इसके बाद वह हंसने लगे.
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वैसे साधारण से दिखने वाले सत्यजीत रे बड़े ही उसूलों वाले निर्देशक और साहित्कार रहे हैं. उल्लेखनीय है कि फिल्मकार सत्यजीत रे स्टार ऑफ द मिलेनियम अमिताभ बच्चन को अपनी फिल्म में लेना चाहते थे लेकिन अमिताभ की मोटी फीस देखकर वह हमेशा रुक जाया करते थे. अपने जीवन में तो सत्यजीत रे कभी अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म करने और उनकी मोटी फीस जैसे तथ्यों को उजागर नहीं कर पाए लेकिन उनके जाने के बाद उनकी पत्नी बिजया ने अपनी किताब ‘मणिक एंड आई’ में इस बात का खुलासा किया है. बिजया ने अपनी किताब में लिखा है कि अमिताभ की पत्नी और अभिनेत्री जया बच्चन ने उन्हें एक बार कहा था कि अगर सत्यजीत रे उन्हें अपनी फिल्म में लेना चाहेंगे तो अमिताभ उस फिल्म में जरूर काम करेंगे. लेकिन जब बिजया ने अपने पति यानि सत्यजीत रे को यह बात कही तो उन्होंने सीधा जवाब ना देकर मुस्कुराते हुए कहा था कि वह इस बारे में कभी सोचकर बताएंगे.
किताब के अनुसार सत्यजीत रे ने जया बच्चन से कहा था कि उन्होंने कई बार अमिताभ से बात करने की सोची लेकिन वह एक बहुत महंगे अभिनेता हैं और बंगाली सिनेमा में इतना पैसा नहीं है. इस पर जया का उत्तर था कि “आपके साथ काम करना अमिताभ के लिए बहुत सम्मान की बात होगी, वह आपसे उतनी फीस भी नहीं लेंगे. आपको बताते चलें कि फिल्म शतरंज के खिलाड़ी में अपनी आवाज देने के अलावा अमिताभ बच्चन सत्यजीत रे की किसी भी फिल्म में नजर नहीं आए.
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