Menu
blogid : 3738 postid : 664855

सोनिया गांधी: विपत्ति काल में ‘आलाकमान’ से कांग्रेस की उम्मीदें

Special Days
Special Days
  • 1020 Posts
  • 2122 Comments

इस समय देश की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के लिए संकट का समय है. हाल ही में हुए पांच राज्यों की विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार नसीब हुई है. ऐसे में एक बार फिर पूरी पार्टी उस नेता की ओर देख रही है जिसने 2004 में विपत्ति काल में कांग्रेस पार्टी को एक नई उंचाई दी थी. बात हो रही है कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी की.

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी आज 67 साल की हो गईं हैं. दक्षिण अफ्रीकी नेता नेल्सन मंडेला के निधन की वजह से उन्‍होंने कोई समारोह आयोजित नहीं करने का फैसला किया है. पार्टी सूत्रों ने जोर देकर कहा कि सोनिया गांधी के जन्‍मदिन पर किसी खास समारोह के आयोजित नहीं होने के फैसले का विधानसभा चुनावों के नतीजों से कोई संबंध नहीं है.


sonia gandhi 2सोनिया गांधी से जुड़ी कुछ जरूरी बातें:

1. भारत की ताकतवर महिलाओं की सूची में शुमार सोनिया गांधी का जन्म 9 दिसंबर, 1946 को इटली के छोटे से गांव लुसियाना में हुआ था. इनका वास्तविक नाम एड्विग ऐंटोनिया एल्बिना माइनो है. सोनिया गांधी के पिता स्टेफिनो भवन निर्माण ठेकेदार और पूर्व फासिस्ट सिपाही थे.


इस दुनिया में कहां हैं मानव के अधिकार


2.पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी से सोनिया गांधी की मुलाकात वर्ष 1964 में हुई.


3.सन 1968 में एल्बिना माइनो और राजीव गांधी ने विवाह कर लिया. भारत आने और इन्दिरा गांधी की बहू बनने के बाद एल्बिना माइनो का नाम बदलकर सोनिया गांधी रखा गया.


4. वर्ष 1980 में संजय गांधी के निधन के पश्चात जब राजीव गांधी, इन्दिरा गांधी को सहायता देने के लिए राजनीति में आ गए थे उस समय भी सोनिया गांधी राजनीति से दूर रहीं.


5. 1984 में इन्दिरा गांधी की हत्या बाद राजीव गांधी के प्रचार और उनकी सहायता करने के लिए सोनिया गांधी को राजनीति में आना पड़ा.


6. 1991 में राजीव गांधी की हत्या के पश्चात सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री पद स्वीकरने से इंकार कर दिया. इसके बाद वह काफी समय तक राजनीति से दूर रहीं.


हिंदू विरोधी है सांप्रदायिक हिंसा कानून विधेयक?


7. सोनिया गांधी ने 1997 में कोलकाता के प्लेनरी सेशन में कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की और उसके 62 दिनों के अंदर 1998 में वो कांग्रेस की अध्यक्षा चुनी गयीं.


8. सोनिया गांधी बेल्लारी, कर्नाटक, अमेठी से चुनाव लड़ीं और विजयी भी हुईं. सुषमा स्वराज जैसी बीजेपी की अनुभवी नेता को भी उन्होंने दो बार हराया.


9. सन 1999 में तेरहवीं लोकसभा काल में नेता विपक्ष के रूप में चुनी गईं.


10. 2003 में नेता विपक्ष की मजबूत भूमिका का निर्वाह करते हुए सोनिया गांधी संसद में वाजपयी सरकार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव भी लाईं.


11. 16 मई, 2004 को लोकसभा चुनाव जीतने के बाद सोनिया गांधी 16-दलीय गठबंधन की नेता चुनी गईं. लेकिन इटली की नागरिक होने की वजह से प्रधानमंत्री पद से महरूम रहीं. बाद में उन्होंने मनमोहन सिंह का नाम प्रधानमंत्री के रूप में आगे रखा.


12. सोनिया गांधी लगातार 10 वर्षों से भी अधिक वर्षों के लिए कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर नियुक्त हैं, जो अपने आप में एक बहुत बड़ा रिकॉर्ड है.


13. सन 2004 में सोनिया गांधी को फोर्ब्स पत्रिका ने विश्व की तीसरी सबसे ताकतवर महिला के पायदान पर रखा था. वहीं सन 2010 में सोनिया गांधी को इसी पत्रिका ने नौंवा स्थान दिया था.


14. 2011 में ब्रिटिश पत्रिका द स्टेट्समैन ने भी सबसे ताकतवर लोगों की अपनी सूची में सोनिया गांधी को 29वां स्थान दिया था. टाइम पत्रिका द्वारा करवाए गए सर्वेक्षण में भी विश्व के सबसे प्रभावी लोगों में सोनिया गांधी का नाम शुमार है.


Read More:

मोदी और राहुल को पछाड़ने आए केजरीवाल !!

Sonia Gandhi Profile in Hindi

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh