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जब कभी भी देश में नारी-सशक्तिकरण को लेकर चर्चा की जाती है तब सबके सामने एक ही महिला दिखाई देती है. पहली महिला आईपीएस ऑफिसर किरण बेदी. लोगों के बीच किरण बेदी को लेकर साहस की इतनी गाथाएं हैं जिसे शुरू किया जाए तो खत्म ही न हों. कभी तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की गाड़ी को गलत पार्किंग करने के जुर्म में उठवा लेने वाली किरण बेदी ने अपने जीवन में कभी किसी चीज से हार नहीं मानी.
Kiran Bedi) एक ऐसी महिला हैं जिन्होंने समाज में महिलाओं की पारंपरिक छवि को बदलकर आगे निकलने की कोशिश की और सफल भी रहीं. बेदाग पुलिस कॅरियर के साथ उन्होंने समाज सेवा भी करके लोगों की खूब वाहवाही बटोरी. आज देश की इसी साहसी नारी का जन्मदिन है.
किरण बेदी का जीवन (Kiran Bedi Life)
किरण बेदी का जन्म 9 जून, 1949 को पंजाब के अमृतसर में हुआ. किरण श्रीमती प्रेमलता तथा श्री प्रकाश लाल पेशावरिया की चार पुत्रियों में से दूसरी पुत्री हैं. किरण बेदी की प्रारंभिक शिक्षा अमृतसर के सैक्रेड हर्ट कॉन्वेंट स्कूल (Sacred Heart Convent School) में हुई. यहीं उन्होंने एनसीसी में प्रवेश किया था. इसके बाद साल 1966 से 1968 तक उन्होंने शासकीय कन्या महाविद्यालय, अमृतसर (Government College for Women, Amritsar) से अंग्रेजी साहित्य ऑनर्स में स्नातक और इसके बाद पंजाब यूनिवर्सिटी से सन् 1968-70 में राजनीति शास्त्र में स्नातकोत्तर उपाधि हासिल की.
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किरण बेदी और पुलिस सेवा (IPS Kiran Bedi)
(Kiran Bedi) ने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) में चुने जाने के बाद नौकरी करते हुए भी अपनी पढ़ाई जारी रखी और सन 1988 में दिल्ली विश्वविद्यालय से क़ानून में स्नातक की उपाधि हासिल की. किरण बेदी ने राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, नई दिल्ली से 1993 में सामाजिक विज्ञान में ‘नशाखोरी तथा घरेलू हिंसा’ विषय पर शोध पर पी.एच.डी. की डिग्री हासिल की.
किरण बेदी ने दिल्ली पुलिस के कई अहम पदों पर कार्य किया है. किरण डीआईजी चंडीगढ़, गवर्नर की सलाहकार, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में डीआईजी तथा यूनाइटेड नेशन्स में एक असाइनमेंट पर भी कार्य कर चुकी हैं. जाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस ट्रेनिंग, स्पेशल कमिश्नर ऑफ पुलिस इंटेलिजेन्स जैसे कई अहम पदों पर भी वे रह चुकी हैं. इंस्पेक्टर जनरल ऑफ प्रिज़न, तिहाड़ के तौर पर उनके द्वारा किए गए कार्यों की वजह से ही आज तिहाड़ जेल में इतना सुधार है.
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किरण बेदी और अन्ना हजारे (Anna Hazare and Kiran Bedi)
(Kiran Bedi) दिल्ली पुलिस में ना होकर भी सिस्टम के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं. हाल ही उन्होंने समाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के साथ मिलकर भ्रष्टाचार को लेकर अपनी आवाज बुलंद की थी. इस बीच वह विवादों में भी घिरीं. किरण बेदी पर आरोप लगे कि वह इकोनॉमी क्लास में सफर कर बिजनेस क्लास का किराया वसूल करती थीं. अन्ना की टीम की अहम सदस्या किरण बेदी आजकल विभिन्न मुद्दे पर समय-समय पर मीडिया और जनता से रूबरू होती हैं जहां वह अपने विचार रखती हैं.
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