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प्रेम का रोग भी बड़ा अजीब है
यह देखता न अमीर न गरीब है…
चाहे कितने भी पहरे लगा लो,
फिर भी प्रेमी रहते एक दूजे के सदा करीब हैं.
आज 14 फरवरी है. पश्चिमी सभ्यता में आज का दिन विशेष महत्व रखता है. आज प्यार, स्नेह और रूमानियत का दिन है. यूं तो प्यार और प्यार की भावनाएं दर्शाने के लिए किसी खास दिन का होना जरूरी नहीं है लेकिन इतिहास के कुछ ऐसे घटनाक्रमों की वजह से आज के दिन को स्पेशली प्यार का इजहार करने के लिए बनाया गया है. दिल की बातों को बयां करने के लिए हर दिन खास होता है और किसी खास दिन की जरूरत नहीं होती लेकिन आज का दिन ऐसे ही लोगों के लिए बना है जो साल के सभी दिन अपनी बात करने के लिए तरसते हैं.
Valentine’s Day – वैलेंटाइन डे के फायदे
जिस तरह होली के दिन आपको कोई भी रंग लगाने से मना नहीं करता और अगर कोई मना करे भी तो आप कह सकते हैं कि बुरा ना मानो होली है. ठीक इसी तरह वैलेंटाइन डे एक ऐसा सुरक्षित दिन है जब आप किसी भी लड़की को अगर प्रपोज करते हैं तो वह बुरा नहीं मानेगी. लेकिन हां, यह रीत सिर्फ पश्चिमी देशों पर ही लागू होती हैंऔर उन युवाओं पर जो पश्चिमी सोच पर यकीन करते हैं. अगर आप यही फंडे किसी भारतीय परंपरा पर आस्था रखने वाली लड़की पर लागू करेंगे तो आपके साथ कुछ बुरा जरूर हो सकता है.
वैलेंटाइन एक ग्लोबल फेस्टिवल
वैलेंटाइन डे आज एक ग्लोबल फेस्टिवल बन गया है. और बने भी क्यों न जबकि इस दुनिया को प्रेम की जरूरत है और जो त्यौहार हमें आपस में प्रेम रखना सिखाए वह तो और भी जरूरी होता है. यह त्यौहार 14 फरवरी को हर देश में अलग-अलग अंदाज में मनाया जाता है.
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वैलेंटाइन डे को मूल रूप से संत वैलेंटाइन के नाम पर मनाया जाता है. ऐसा माना जाता है कि वैलेंटाइन-डे नाम मूल रूप से संत वैलेंटाइन के नाम पर रखा गया है. परंतु संत वैलेंटाइन के विषय में ऐतिहासिक तौर पर विभिन्न मत हैं और कुछ भी सटीक जानकारी नहीं है. कहा जाता है कि संत वैलेंटाइन ने अपनी मृत्यु के समय जेलर की नेत्रहीन बेटी जैकोबस को नेत्रदान किया व जैकोबस को एक पत्र लिखा, जिसमें अंत में उन्होंने लिखा था ‘तुम्हारा वैलेंटाइन’. यह दिन था 14 फरवरी, जिसे बाद में इस संत के नाम से मनाया जाने लगा और वैलेंटाइन-डे के बहाने पूरे विश्व में निःस्वार्थ प्रेम का संदेश फैलाया जाता है. संत वैलेंटाइन मानवता से प्रेम करते थे और उन्होंने समाज में आपसी प्रेम को हमेशा बढ़ावा दिया.
मां-बाप से भी करो प्रेम
यह कोई जरूरी नहीं कि आज का सिर्फ प्रेमी-प्रेमियों के लिए ही बना है. आज का दिन तो प्रेम को दर्शाने के लिए होता है और प्रेम सबके बीच होता है एक मां का उसके बच्चे के प्रति, एक दोस्त का दोस्त के लिए या पति का अपनी पत्नी के लिए. आज के दिन आप जिससे भी प्यार करते हैं या उसके प्यार के लिए उसे धन्यवाद देना चाहते हैं तो उसे अपना वैलेंटाइन बनाइए, गुलाब दीजिए और उसके प्यार के लिए उसे थैंक्स कहिए.
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प्यार एक व्यक्तिगत चीज है इसका दिखावा ना करें
गुलाब मुहब्बत का पैगाम नहीं होता,
चांद चांदनी का प्यार सरेआम नहीं होता,
प्यार होता है मन की निर्मल भावनाओं से,
वर्ना यूं ही जग में राधा-कृष्ण का नाम नहीं होता.
प्यार एक ऐसा पावन और पवित्र रिश्ता है जो दो दिलों का ही नहीं जो जिंदगियों का फैसला करता है. लेकिन प्यार एक ऐसा विषय है जिस पर सभी की राय अलग-अलग है. प्यार अगर सच्चा हो तो खुदा को भी झुकना पड़ता है लेकिन आज की युवा पीढ़ी को हर दिन होने वाले तथाकथित सच्चे प्यार को पवित्र कहना शायद गलत हो. पहले पार्क और गार्डनों में युवाओं का दैहिक और वासना युक्त प्रेम दिखाई देता था जिसे कई प्यार के नाम पर गाली कहते थे और अब यह अश्लीलता युवा मेट्रो और बसों में भी लेकर आ गए. दरअसल आज की युवा पीढ़ी को प्यार की मर्यादा का कतई ज्ञान नहीं. उनकी नजर में दूसरों को दिखाकर प्यार जताना ही प्यार होता है. खुल्लम खुल्ला प्यार करेंगे और प्यार किया तो डरना क्या जैसे बेहूदा जुमलों को आज की युवा पीढ़ी घुट्टी बनाकर पी चुकी हैं. भारतीय युवा पीढ़ी पाश्चात्य सभ्यता की बयार में भारतीय समाज में प्रचलित प्रेम कथाओं को पूरी तरह भूल चुकी है. वह भूल चुकी है कि किस तरह राधा और कृष्ण का प्रेम निर्मल और निश्छल था.
जब आप किसी को बेहद प्यार करते हैं तो उसका अहसास शब्दों में अभिव्यक्ति से परे होता है. यह प्यार झलकता है उस शख्स के साथ हमारे व्यवहार में. उसकी हर जरूरत को पूरा करने की हमारी चाहत में. प्यार का रिश्ता जब इतना गहरा है तो उसे जताने के अंदाज में भी उतनी ही गहराई होनी चाहिए. ऐसा क्या करें इस वैलेंटाइन डे पर कि जिससे जिंदगी का हर लम्हा बन जाए खुशियों का तोहफा.
आज हर तरफ हो हल्ला है कि वैलेंटाइन डे हमारी सभ्यता के खिलाफ है लेकिन शायद जो लोग यह बातें कहते हैं उन्हें इस त्यौहार का बाजारी रूप ही दिखता है. वैलेंटाइन का मतलब गुलाब देना, गिफ्ट देना या कुछ और नहीं है, इस त्यौहार का मतलब है समाज में प्यार को बढ़ावा देना और समाज में एकता और प्रेम को बढ़ावा देना कोई बुरा काम नहीं है. हालांकि युवाओं की कुछेक गलत हरकतों की वजह से इस त्यौहार में अश्लीलता फैलती नजर आती है पर हमें कोशिश करनी चाहिए कि यह त्यौहार अश्लील न बने. आज के दिन आप समाज में प्रेम को बढ़ावा दें और अपने इस वैलेंटाइन को बेहद खास बनाएं.
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