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कहते हैं कि फिल्मकार बनना आसान नहीं है. वो भी ऐसी फिल्में बनाना जो सालों बाद भी लोगों के दिल में जगह बनाए रखें और भी मुश्किल काम है. बॉलीवुड में ऐसे बहुत कम फिल्मकार हैं जिन्होंने ऐसी फिल्में की हैं जिसकी कहानी वास्तविक स्तर पर हो पर साथ ही उन फिल्मों की कहानी दर्शकों के दिल में बस जाए. बॉर्डर, उमराव ज़ान, एलओसी कारगिल, गुलामी(J.P Dutta Movies) ऐसी फिल्में हैं कि जब भी इन फिल्मों को याद किया जाता है तो जेपी दता का नाम सामने आता है. जेपी दता(J.P. Dutta )उन फिल्मकारों में से एक हैं जिन्होंने बहुत कम फिल्में कीं पर जेपी दता की फिल्में ऐसी थीं कि दर्शक उन फिल्मों को कई साल बीत जाने के बाद आज भी देखना पंसद करते हैं.
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J.P.Dutta Film Director
बॉर्डर,उमराव जान, एलओसी कारगिल पर एक नजर
किसी भी फिल्म को निर्देशित करने के लिए एक खास नजरिए की जरूरत होती है तब ही तो फिल्म दर्शकों के दिल में जगह बना पाती है. भारत के सैनिकों को लेकर तामाम फिल्में बनीं पर कोई भी फिल्म ऐसी नहीं थी कि जो रोने पर मजबूर कर दे और भारतीय सैनिकों की कुरबानी को याद दिलाए. जेपी दता ने जब बॉर्डर बनाई तो शायद ही ऐसा कोई दर्शक होगा जो उस फिल्म को देखकर नहीं रोया होगा. जेपी दता(J.P. Dutta ) की तारीफ बस बॉर्डर तक ही सीमित नहीं है. उमराव जान जैसी फिल्म बनाकर जेपी दता ने समाज का वेश्या को देखने का नजरिया बदला.
यह सच है कि फिल्मकार फिल्म की कहानी नहीं लिखता है पर साथ ही यह भी सच है कि फिल्मकार फिल्मों में अपने निर्देशन से वो सभी रंग भर देता है जो लोगों को बड़े पर्दे पर फिल्म देखने पर मजबूर करता है. जेपी दता(J.P. Dutta ) उन फिल्म निर्देशकों में से एक हैं जिन्होंने अपनी निर्देशित फिल्मों में शायद ही किसी रंग की कमी छोड़ी है.
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J.P. Dutta Profile
जेपी दत्ता का जीवन
जेपी दता उन फिल्मकारों में से एक हैं जो अपने काम के लिए मशहूर तो हैं ही पर उन्हें अपने काम की तारीफें नहीं पंसद हैं. जेपी दता का मानना है कि काम की तारीफ कराने से कुछ नहीं होता है क्योंकि व्यक्ति का काम ही उसकी तारीफ अपने आप कर देता है. जेपी दता हमेशा अपना जन्मदिन बेहद ही सादे तरीके से मनाते हैं.जेपी दत्ता(J.P. Dutta )का जन्म 03 अक्टूबर, 1949 को मशहूर फिल्म निर्देशक ओपी दत्ता के घर हुआ. जेपी दता अपने पिता ओपी दता को अपना आदर्श मानते हैं.
जेपी दत्ता ने अभिनेत्री बिंदिया गोस्वामी से शादी की है और उनकी दो बेटियां भी हैं. जेपी दत्ता इंडस्ट्री में अपने गुस्से के लिए बहुत मशहूर हैं फिर चाहे वह फिल्म के दौरान कलाकारों पर हो या पार्टी में.
J.P. Dutta Filmography
जेपी दत्ता की फिल्मी दुनिया
जेपी दता(J.P. Dutta )ने भले ही ज्यादा फिल्में ना की हों पर उनकी कम फिल्मों ने ही लाखोंं दर्शकों को अपने निर्देशन का दीवाना बना दिया है. आज भी जेपी दता के चाहने वाले उनकी फिल्मों के लिए लंबा इंतजार करते हैं. वास्तव में यह सच भी है कि जेपी दता जैसी निर्देशित फिल्में अब बॉलीवुड में नजर नहीं आती हैं. जेपी दता ने 1985 में फिल्म गुलामी बनाकर अपने फिल्मी कॅरियर की शुरुआत की थी. गुलामी निर्देशित करने के बाद उन्होंने यतीम, बंटवारा, हथियार, क्षत्रिय जैसी फिल्में निर्देशित कीं.
एक ऐसा भी समय आया जब एक फिल्म निर्देशक के नाम पर लोगों की भीड़ बड़े पर्दे पर फिल्म देखने के लिए आती थी. 1997 में बॉर्डर जैसी हिट फिल्म देकर जेपी दता(J.P. Dutta )का नाम मशहूर फिलकारों की लिस्ट में जुड़ गया. जेपी दत्ता ने अपने कॅरियर में “रिफ्यूजी” के बाद साल 2003 में कारगिल पर आधारित फिल्म “एल ओ सी करगिल” बनाई जिससे जेपी दता के फिल्म निर्देशन की तारीफें होने लगीं. जेपी दता ने साल 2006 में फिल्म “उमराव जान” बनाई. उमराव जान को जेपी दता की मशहूर फिल्मों में से एक समझा जाता है.
कहते हैं कि एक अच्छे फिल्मकार को अपने फिल्म निर्देशन की तारीफ के लिए अवार्ड की जरूरत नहीं होती है. उन्हीं फिल्मकारों में से एक नाम जेपी दता(J.P. Dutta ) का है जिन्हें अपने बेहतर फिल्म निर्देशन के लिए किसी अवार्ड की जरूरत नहीं है क्योंकि उनका अवार्ड उनके वो दर्शक हैं जो जेपी दता की निर्देशित फिल्मों को हजारों बार देखना चाहते हैं.
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