Menu
blogid : 3738 postid : 2873

आशा भोसले: क्लासिकल फिल्मी गीत से पॉप गीत तक का सफर

Special Days
Special Days
  • 1020 Posts
  • 2122 Comments

सबसे ज्यादा गाने रिकॉर्ड करने वाली गायिका

20 भाषाओं में क्लासिकल फिल्मी गीत, गजल, भजन और पॉप गीत गाने वाली गायिका आशा भोसले अपनी बहन लता मंगेशकर से कभी लड़ाई के चलते सुर्खियों में रहीं तो कभी एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे के निशाने पर रहीं. आशा भोसले कुछ ही समय में सहारा पर आने वाले कार्यक्रम सुर-क्षेत्र(Sur-Kshetra) में एक गायिका के रूप में नजर आएंगी. यह बात और है कि आशा भोसले आने वाले सुर-क्षेत्र कार्यक्रम में पाकिस्तानी गायकों के साथ सुर-ताल मिलाने के चलते विवादों में फंस गई हैं.


Asha Bhosle) से आजकल पूछा जा रहा है कि “आशा भोसले के लिए अतिथि देवो भव: या पैसा देव भव:?” इस प्रश्न के जवाब में आशा भोंसले कहा था कि वह सिर्फ संगीत जानती-समझती हैं, राजनीति से उनका कोई लेना देना नहीं है. पाकिस्तानी कलाकारों के बारे में उन्होंने कहा था, ‘मैं मराठी हूं. अतिथि देवो भव: में विश्वास करती हूं.


Read:मुझे नौलखा मंगवा दे रे


आशा भोसले और लता मंगेशकर के बीच की कड़वाहट

Asha Bhosle) और लता मंगेशकर के बीच कई बार कड़वाहट की खबरें आती रही हैं पर दोनों ही बहनों ने हमेशा इसे नकारा है. हालांकि एक-दो बार आशा जी ने माना कि अगर उनकी बहन ने उनका सही साथ दिया होता तो वह भी आगे जा सकती थीं पर इसके बावजूद भी दोनों बहनें जब भी साथ दिखीं उनमें बहनों का प्यार ही दिखा. लता मंगेशकर आशा भोसले की बड़ी बहन हैं और बचपन में पिता के गुजरने के बाद लता ने ही परिवार को सहारा दिया पर साल 1949 में जब आशा भोसले ने अपने से बड़े उम्र के गणपत राव भोसले से शादी की तब से ही लता ने उनसे मुंह मोड़ लिया.


R D Burman)की बेमिसाल जोड़ी

वर्ष 1966 में ‘तीसरी मंजिल’ में आशा भोसले ने आर.डी. बर्मन के संगीत में “आजा आजा मैं हूं प्यार तेरा..” गाने को अपनी आवाज दी जिससे उन्हें काफी प्रसिद्धि मिली. उससे उनके जीवन में एक नया मोड़ आ गया जो उनके कॅरियर का दूसरा अहम पड़ाव माना जा सकता है. शास्त्रीय संगीत से लेकर पाश्चात्य धुनों पर गाने में महारत हासिल करने वाली आशा भोसले ने वर्ष 1981 में प्रदर्शित फिल्म ‘उमराव जान’ से अपने गाने के अंदाज में परिवर्तन किया.


हिन्दी गानों के साथ आशा भोसले विदेशी गानों में भी धूम मचा चुकी हैं. कनाडा, दुबई और अमेरिका में आशा भोसले कई स्टेज शो कर चुकी हैं और अपनी पहचान बना चुकी हैं. सन् 1994 में आर.डी. बर्मन की मौत से आशा भोसले को गहरा सदमा लगा और उन्होंने गायिकी से मुंह मोड़ लिया था. पति की मौत से दुखी आशा ने कुछ समय तक गायकी से दूरी बनाए रखी पर साल 1995 में संगीतकार ए.आर. रहमान ने फिल्म “रंगीला” के लिए आशा भोसले को मना ही लिया.


Read:पंचतंत्र का रहस्य जरूर जाननारग


Tags: Asha Bhosle, Asha Bhosle life story, Asha Bhosle hit songs, Asha Bhosle biography in hindi, Asha Bhosle profile, Asha Bhosle and Lata Mangeshkar, R D Burman Asha Bhosle love story, love story Asha Bhosle, Asha Bhosle controversy,Asha Bhosle classical singer

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh