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World Literacy Day 2012 – एक कदम अंधेरे से उजाले की ओर

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International Literacy Day:विश्व साक्षरता दिवस

ज्ञान इंसान को जीवन के सभी अंधेरों से बाहर निकाल एक बेहतर और उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर करता है. इतिहास इस बात का साक्षी रहा है कि जिस देश और सभ्यता ने ज्ञान को अपनाया है उसका विकास अभूतपूर्व गति से हुआ है. शिक्षा के महत्व का वर्णन करना शब्दों में बेहद मुश्किल है और शायद इसीलिए हर साल आठ सितंबर को विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाता है.


Read: विश्व साक्षरता दिवस: एक झलक

यूं तो साक्षरता दिवस के लिए मात्र एक दिन देकर हम अपनी जिम्मेदारियों से मुंह नहीं मोड़ सकते लेकिन इस एक दिन फैलाई गई जागरुकता की लहर आने वाले सालों में साक्षरता के क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव ला सकती है.


Literacy Rate in IndiaWhat is Literacy: साक्षरता का अर्थ?

साक्षरता सिर्फ किताबी शिक्षा प्राप्त करने तक ही सीमित नहीं होती बल्कि साक्षरता का तात्पर्य लोगों में उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरुकता लाकर सामाजिक विकास का आधार बनाना है. साक्षरता गरीबी उन्मूलन, लिंग अनुपात सुधारने, भ्रष्टाचार और आतंकवाद से निपटने में सहायक और समर्थ है. आज विश्व में साक्षरता दर सुधरी जरूर है फिर भी शत-प्रतिशत से यह कोसों दूर है.


Literacy Rate in World

वैश्विक स्तर पर देखें तो हम पाएंगे कि दुनिया भर में करीब चार अरब लोग साक्षर हैं और 77.6 करोड़ लोग न्यूनतम साक्षरता दर से भी नीचे हैं. इसका मतलब यह है कि हर पांच में से एक व्यक्ति निरक्षर है. दुनिया के लगभग 35 देशों में साक्षरता दर 50 फीसदी से भी कम है.


Literacy Rate in India, Census 2011

भारत के संदर्भ में औसत साक्षरता दर और भी कम यानि 74% ही है. हालांकि नेपाल, पाकिस्तान जैसे हमारे पड़ोसी देशों में हालत हमसे भी खराब है पर विश्व में चीन जैसा भी देश है जिसके यहां साक्षरता दर 93.3% है.


यह वह संख्या और आंकडे हैं जो किताबों में हैं अगर हम जमीनी हकीकत देखें तो हालात और भी गंभीर नजर आएंगे. सुडान, अफगानिस्तान जैसे देश भी हैं जहां साक्षरता दर बेहद निम्न है.


Literacy in India History of International Literacy Day

विश्व में गिरती साक्षरता दर को सुधारने और इस क्षेत्र में अधिक काम करने के लिए ही संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (UNESCO: United Nations Educational, Scientific and Cultural Organization, यूनेस्को) द्वारा प्रतिवर्ष 8 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है.


यूनेस्को ने 17 सितंबर, 1965 को विश्व भर के लोगों को साक्षर बनाने के लक्ष्य हेतु प्रतिवर्ष 8 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाने की घोषणा की थी. सर्वप्रथम आठ सितंबर, 1966 को पहली बार अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया गया था. तब से प्रत्येक वर्ष एक नए उद्देश्य के साथ विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाता है.


International Literacy Day 2012 Theme

इस साल विश्व साक्षरता दिवस का थीम है “साक्षरता और शांति.” साक्षरता विश्व में शांति फैलाने में अहम भूमिका निभा सकता है. जब लोग साक्षर होंगे तो उनके पास रोजगार होंगे, रोजगार का अर्थ है आमदनी और खुशहाली. अगर खुशहाली होगी तो लोग आपस में लड़ेंगे नहीं. यूनेस्को ने इसी सोच के साथ “साक्षरता और शांति” को इस साल की थीम रखा है.


उम्मीद करते हैं जब अगले साल हम साक्षरता दिवस मनाएं तब कोई छोटू, मोनू या अन्य बच्चा शिक्षा से वंचित ना हो और समाज का एक बड़ा हिस्सा साक्षर कहलाए.


Read: Literacy in India


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(चित्र साभार:http://bvinews.com)

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