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सदी के महानायक अमिताभ बच्चन को महानायक बनाने में कई लोगों का विशेष हाथ रहा है. ऐसे ही एक इंसान हैं निर्माता-निर्देशक प्रकाश मेहरा. अमिताभ बच्चन के साथ जंजीर, खून पसीना, लावारिस, नमक हलाल जैसी सफल फिल्में करने वाले प्रकाश मेहरा असल मायने में ‘एंग्री यंग मैन’ की छवि के जन्मदाता थे.
13 जुलाई, 1939 को उत्तर प्रदेश के बिजनौर (Bijnor, Uttar Pradesh) में जन्मे प्रकाश मेहरा ने अपने कॅरियर की शुरुआत 1950 में बतौर निर्माण नियंत्रक (Production Controller) से की थी. 1968 में उन्होंने पहली बार फिल्म ‘हसीना मान जाएगी’ (Movie: Haseena Maan Jayegi) में निर्देशक की भूमिका निभाई थी. इस फिल्म में शशि कपूर (Shashi Kapoor) अभिनेता थे. इसके बाद उन्हें 1971 की ‘मेला’ में भी निर्देशक का काम मिला. और फिर वह युग आया जिसने अमिताभ (Amitabh Bachchan) को सुपरस्टार बना दिया. 1973 में प्रकाश मेहरा ने फिल्म ‘जंजीर’ (Movie: Zanjeer) का निर्माण और निर्देशन किया. यह फिल्म बॉलिवुड में अमिताभ बच्चन के एंग्री यंग मैन की छवि की शुरुआत करने वाली साबित हुई. इस फिल्म के बाद अमिताभ और प्रकाश मेहरा ने एक साथ सात फिल्मों में काम किया जिसमें से छह हिट रहीं और एक फ्लॉप. निर्देशक मेहरा और अभिनेता बच्चन के साथ की हिट फिल्मों की सूची में जंजीर के अलावा ‘मुकद्दर का सिकंदर’, ‘लावारिस’, ‘नमक हलाल’, ‘शराबी’ और ‘हेराफेरी’ शामिल हैं. आखिरी बार दोनों की जोड़ी फिल्म ‘जादूगर’ में दिखी थी जो चल नहीं पाई.
कहते है ‘जादूगर’ (Movie: Jaadugar) की असफलता के बाद प्रकाश मेहरा और अमिताभ बच्चन की जोड़ी टूट गई. प्रकाश मेहरा ने 1991 में अनिल कपूर के साथ ‘जिंदगी एक जुआ’ (Movie: Zindagi Ek Jua) भी निर्देशित की लेकिन यह बाक्स आफिस पर कोई कमाल नहीं दिखा सकी. वर्ष 1996 में उन्होंने राजकुमार (Actor: Raaj Kumar) के पुत्र पुरु राजकुमार को ‘बाल ब्रह्मचारी’ में मौका दिया पर यहां भी उन्हें असफलता ही हाथ लगी. बतौर निर्देशक यह उनकी आखिरी फिल्म थी.
90 के दशक में उन्होंने मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborthy) के साथ मिलकर ‘दलाल’ (Movie: Dalaal) बनाई जो एक बेहतरीन हिट फिल्म साबित हुई. प्रकाश मेहरा पहले ऐसे निर्देशक थे जिन्होंने बॉलिवुड के अलावा हॉलिवुड में भी फिल्में बनाने की कोशिश की. पर उनके द्वारा निर्देशित फिल्म किसी वजह से रिलीज नहीं हो सकी.
प्रकाश मेहरा को बतौर निर्देशक फिल्म उद्योग में उनके योगदान के लिए इंडियन मोशन पिक्चर डायरेक्टर्स एसोसिएशन (India Motion Picture Directors Association) की ओर से 2006 में लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार (Lifetime Achievement Award) मिला. दो वर्ष बाद 2008 में उन्हें इसी संगठन ने बतौर फिल्म निर्माता उनके योगदान के लिए इसी पुरस्कार से सम्मानित किया.
प्रकाश मेहरा की पत्नी की मृत्यु के बाद उनका स्वास्थ्य भी लगातार गिरता रहा और 17 मई, 2009 को निमोनिया (pneumonia) की वजह से मुंबई में उनकी मृत्यु हो गई.
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